जमशेदपुर।नक्सलियों पर लगातार हो रहे सुरक्षाबलों के ऐक्शन से अब खौफ का माहौल है।कोल्हान और सारंडा के घने जंगलों में सक्रिय नक्सली संगठन लगातार कमजोर होते जा रहे हैं।खुफिया विभाग की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि नक्सलियों ने अपना रिक्रूटमेंट सेल बंद कर दिया है और नए कैडर की बहाली पर रोक लगा दी है। संगठन की यह मजबूरी सुरक्षाबलों की लगातार दबिश और सघन अभियान का नतीजा है।
सूत्रों के मुताबिक अब तक नक्सली संगठन स्थानीय युवाओं को प्रलोभन और डर दोनों दिखाकर अपने संगठन में भर्ती करते रहे थे,लेकिन पुलिस और सीआरपीएफ की लगातार कार्रवाई ने उनके नेटवर्क को तोड़ दिया है। इसी वजह से नक्सलियों ने फिलहाल भर्ती अभियान पूरी तरह रोक दिया है।
जनसंपर्क शाखा की गतिविधियां बंद
यह भी सामने आया है कि नक्सलियों ने अपनी जनसंपर्क शाखाओं की गतिविधियां भी बंद कर दी हैं।पहले ये शाखाएं ग्रामीणों के बीच जाकर संगठन के लिए समर्थन जुटाने,राशन, दवा और नए सदस्य जुटाने का काम करती थीं,लेकिन अब पुलिस की पैनी नजर और गांव-गांव में सुरक्षाबलों की मौजूदगी के कारण नक्सलियों ने ग्रामीणों से संपर्क लगभग तोड़ लिया है।
कोल्हान व सारंडा क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षाबलों ने कई सफल अभियान चलाया
पिछले कुछ महीनों में कोल्हान और सारंडा क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षाबलों ने कई सफल अभियान चलाया है,कई बड़े नक्सली पकड़े गए या आत्मसमर्पण कर चुके हैं।जंगल के भीतर लगातार सर्च ऑपरेशन और खुफिया इनपुट पर हुई कार्रवाई से नक्सली हताश हैं। यही वजह है कि उन्होंने भर्ती और प्रचार गतिविधियों को रोकने का फैसला लिया है।
खुफिया विभाग की नजर, निगरानी बढ़ाने पर जोर
खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि संगठन की यह शांति अस्थायी भी हो सकती है। नक्सली पुनर्गठन की कोशिश में रह सकते हैं। इसलिए पुलिस और सुरक्षाबलों को पूरी सतर्कता के साथ गांव-गांव और जंगलों में निगरानी बढ़ाने की सलाह दी गई है।