पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,चतरा। मामला गंभीर है पैसे के खातिर सामाजिक प्रतिष्ठित परिवार नशे के व्यापार में डूबा हुआ है, ऐसे परिवार को सिर्फ पैसा ही चाहिए।ऐसे लोग गरीब व्यक्ति या बच्चों को लालच देकर नशे का सामान शराब हो,गांजा हो,अफीम हो।सबसे ज्यादा खतरनाक ब्राउन शुगर के धंधे में धकेल रहे हैं।प्रस्फुटित होने के पहले नव युवकों में नशे का रोग फैल गया है,यह सबसे भयावह है,जिनके कंधे पर देश की बागडोर है वही बेसुध होगए हैं। नशे का रोग फैलाने वाले सिर्फ पुरुष ही नहीं महिलाएं भी बराबर की श्रेणी में हैं। पूरा परिवार नशे की खेती करता है करवाता है। ऐसे लोग किसी आदमखोर भेड़िए से कम नहीं। कुछ लोग पुलिस की सक्रियता के चलते पकड़े भी जाते हैं पर कानून की लचर व्यवस्था के चलते छूट जाते हैं।पर इनकी आदत नहीं छूटती। ऐसी घृणित नशाखोरी की समस्या से पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन गंभीर है।
समाज में जिले में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को देखते हुए उपायुक्त कीर्तिश्री जी ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उपायुक्त ने पुलिस विभाग,स्वास्थ्य,शिक्षा, सामाज कल्याण और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को निर्देशित किया है कि नशे की रोकथाम के लिए समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
उपायुक्त कीर्तिश्री जी ने स्पष्ट कहा है कि नशे की चपेट में आ रही युवा पीढ़ी को बचाने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है। इस क्रम में जनजागरूकता अभियान को गति देने के लिए विविध संसाधनों से प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है।आम जनता, विशेषकर युवाओं के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य प्रारंभ किया गया है।
इसी संदर्भ में केंद्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान रांची (CIP) से तीन सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम चतरा उपायुक्त कीर्ति श्री जी से मुलाकात करने चतरा पहुंची।इस टीम में डॉक्टर संजय कुमार मुंडा,प्रोफेसर मनोरोग डॉक्टर अनिरुद्ध मुखर्जी, प्रोफेसर मनोरोग एवं डॉक्टर प्रशांत श्रीवास्तव,सहायक प्रोफेसर मनोरोग सामाजिक कार्य शामिल थे।
इस दौरान डॉक्टरों की टीम ने उपायुक्त कीर्ति श्री जी से मुलाकात कर नशा से संबंधित मानसिक, सामाजिक और शारीरिक पहलुओं का गहन अध्ययन करते हुए सुझाव एवं सहयोग प्रदान करने की बात कही। वहीं उपायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जिले में स्थायी नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना की जाएगी,जहां पीड़ितों को परामर्श,उपचार और पुनर्वास की व्यापक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही नशा मुक्ति अभियान को वृहद रूप में चलाने के लिए यह कार्य मिशन मोड में संचालित किया जाएगा,जिसमें स्कूल, कॉलेज,पंचायत स्तर तक सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से लोगों को जोड़ा जाएगा।
उपायुक्त कीर्ति श्री जी ने कहा कि नशा मुक्ति केवल एक अभियान नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है, जिसमें प्रशासन, समाज और प्रत्येक नागरिक को एकजुट होकर भागीदारी निभानी होगी और नशे के सामाजिक कोढ़ को समूल नष्ट करना होगा।