पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,केरेडारी। केरेडारी प्रखंड मुख्यालय सभागार में बुधवार को एनटीपीसी के केरेडारी कोयला खनन परियोजना और भूरैयत के बीच बैठक हुई।बैठक की अध्यक्षता हजारीबाग एसडीओ बैजनाथ कमाते ने की।बैठक में कोल माइंस विस्तार को लेकर चर्चा की गई।
बैठक में मुख्य रूप से सीओ रामरतन वर्णावल,एनटीपीसी के एजीएम सुभाष प्रसाद गुप्ता और केरेडारी कोल माइंस के सैकड़ों रैयत उपस्थित थे।रैयतों ने बारी_बारी से अपनी समस्या अधिकारियों के समक्ष रखा।
पांडु गांव का रैयत मोहम्मद शमीम ने कहा कि केरेडारी कोयला खनन परियोजना के अधिकारी जो कहते है,उस पर खरा नही उतरते है।गांव में स्कूल व पंचायत भवन तोड़े वर्षो हो गया, पर अब तक नही बना है।इसके अलावा एनटीपीसी द्वारा अभी तक पुनर्वास के बारे में सोचा नही गया है।शमीम ने कहा कि जब तक के एनटीपीसी पांडु व बालेदेवरी गांव के रैयतों को पुनर्वास व विस्थापन के बारे में नही सोचेगा तबतक हमलोग घर मेजरमेंट नही करायेगें।
मोहम्मद आबादी ने कहा कि एनटीपीसी का बीजीआर कंपनी तक जाने का सड़क नही है।ग्रामीण सड़क से देशवारी लोचर होते हुए भारी वाहनों का परिचालन कर रहा है,जिससे लोगों में काफी डर बना रहता है।सड़क भी जर्जर है।
मुखिया पुत्र शमशाद अंसारी ने कहा कि कुछ दिन पूर्व मेरे गांव में एक्सीडेंट में एक युवक की मौत हो गई थी,जिसका वार्ता के दौरान एनटीपीसी के अधिकारी लिखित दिए थे ,उनका विस्थापन का लाभ देंगे किंतु लगभग एक वर्ष होने चला,लेकिन पिडीत परिवार का लाभ नहीं मिल पाया है।इस पर एसडीओ ने एनटीपीसी के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए और कहा की अभिलंब इस विषय पर कार्य करें।
इस मौके पर बीजीआर कोल माइंस जीएम श्री निवास राव,केरेडारी प्रमुख सुनीता देवी व पांडु गांव के सैकड़ों रैयत शामिल थे।