बलरामपुर।न तो हिंदू धर्म से ऊबे थे और न ही जीवन में कोई कठिनाई थी।नीतू,नवीन या फिर हाजिरा कोई भी हों,जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किया,उनकी सोच ही बदल चुकी थी। सुकून और शोहरत के साथ सोहबत बदली।हिंदू से मुस्लिम बने और जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के दरबार के शागिर्द बन गए।
बात यहीं तक सीमित होती तो कोई बात नहीं,छांगुर बाबा का साथ मिला तो सभी धर्म परिवर्तन कराने की मुहिम का हिस्सा बन गए।छांगुर बाबा के काले कारनामों को आगे बढ़ाने की कसरत करने लगे।आज हालात यह हैं कि ऐसे लोगों की जिंदगी तबाह हो चुकी है।
प्रेमजाल और रुपये के लालच में धर्म परिवर्तन करने वालों के सामने अब जीवन यापन का संकट है।घर वापसी के बाद समाज में पैठ बनाना भारी पड़ रहा है। तमाम लोगों के साथ छांगुर बाबा ने धोखा किया है। छांगुर बाबा के तीन सहयोगी एटीएस के रडार पर हैं।ये आजमगढ़ और अन्य जिलों में अवैध धर्म परिवर्तन की मुहिम चलाते थे।
यूपी एटीएस की जांच में जिन लोगों की करतूत उजागर हो रही है,उनकी राह जेल की ओर ही दिखाई दे रही है।हालात यह है कि अब तक छांगुर बाबा और उसके बेटे के साथ ही नीतू और नवीन जेल के मेहमान बने हैं।चेन्नई की नीतू ने छांगुर बाबा को पीर मानकर सुकून का सपना देखा था।मधपुर में अपने नाम से जमीन लेकर बनवाई गई आलीशान कोठी में डिग्री कॉलेज चलाकर शोहरत कमाने का सपना देख रही थी। मगर उसे क्या पता था कि बुरे काम का अंजाम बुरा ही होता है।
छांगुर बाबा के जाल में फंसकर जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किया और आज घर वापसी की है,उन्हें भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।छांगुर बाबा ने बड़े पैमाने पर लोगों के साथ धोखा किया,जिससे ऐसे लोगों को समाज में पैठ बनाना भारी पड़ रहा है।
धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह का सरगना जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की गिरफ्तारी के बाद कार्रवाई में तेजी आई है। मुख्यमंत्री कार्यालय इस मामले की सीधे निगरानी कर रहा है। यूपी एटीएस की श्रावस्ती यूनिट के अधिकारी मामले की नियमित पड़ताल करने में जुटे हैं।
बीते शनिवार को उतरौला में जमीन खरीद और मकान निर्माण से जुड़े लोगों का ब्योरा जुटाने के बाद एटीएस की टीम देर रात तक उतरौला में जमी रही।एटीएस ने छांगुर बाबा के खास सिपहसालारों के बारे में भी पड़ताल शुरू कर दी है। कस्बे के साथ ही मधपुर और रेहरा माफी गांव के लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है।पता चला कि आजमगढ़ में छांगुर बाबा के इशारे पर धर्म परिवर्तन कराने वाले दो सिपहसालार क्षेत्र में ही मौजूद हैं।छांगुर बाबा के लिए अभी भी दोनों लोग सक्रिय हैं और मामले में हो रही कार्रवाई की जानकारी कर रहे हैं।मधपुर का ही एक शागिर्द भी गुपचुप तरीके से पुलिस और एटीएस की कार्रवाई पर नजर रख रहा है।वह हर स्थिति की जानकारी छांगुर बाबा की टीम को मुहैया करा रहा है। इसकी भनक लगने के बाद एटीएस और सक्रिय हो गई है।
अब छांगुर बाबा की टीम पर शिकंजा कसने की तैयारी है। सूत्रों की मानें तो एटीएस ने ऐसे लोगों की पहचान कर ब्योरा जुटाया है। आरोपी भी इससे खबरदार हो गए हैं कि एटीएस के हाथ कभी भी उनकी गर्दन तक पहुंच सकते हैं।