काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने साहिबगंज के अमन को किया सम्मानित,हिंदी साहित्य में परास्नातक अमन दो बार UGC-NET में हुए उत्तीर्ण

काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने साहिबगंज के अमन को किया सम्मानित,हिंदी साहित्य में परास्नातक अमन दो बार UGC-NET में हुए उत्तीर्ण

13 Jul 2025 |  69

 

पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,साहिबगंज।शहर के कॉलेज रोड स्थित चैती दुर्गा मंदिर निवासी अशोक कुमार के बेटे अमन कुमार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान टैबलेट प्रदान किया गया। यह वितरण यूपी सरकार की उच्च शिक्षा डिजिटल सशक्तिकरण योजना के तहत किया गया। अमन ने इसी वर्ष काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में परास्नातक पूर्ण किया है।अमन अब तक दो बार विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नेट परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर चुके हैं।अमन की प्रारंभिक शिक्षा एनआरपी सेंटर से हुई। वर्ष 2018 में अमन ने पूर्व रेलवे उच्च विद्यालय से मैट्रिक, वर्ष 2020 में साहिबगंज महाविद्यालय के विज्ञान संकाय से इंटरमीडिएट और वर्ष 2023 में हिंदी साहित्य में प्रथम श्रेणी से स्नातक पूर्ण किया।

 

अमन ने राष्ट्रीय सेवा योजना और ब्लड डोनेशन सोसायटी के सक्रिय स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कई कार्यक्रमों में भाग लिया है,जिसमें 2021 में राष्ट्रीय एकीकरण शिविर अगरतला, 2024 में राष्ट्रीय युवा महोत्सव नाशिक (महाराष्ट्र) और 2023 में राज्य स्तरीय युवा महोत्सव में जिले का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2025 में जल शक्ति मंत्रालय द्वारा नमामि गंगे में विशिष्ट योगदान के लिए वाटर वाटर्स कैटेगरी में विशेष अतिथि के रूप में गणतंत्र दिवस परेड समारोह में शामिल हो चुके हैं और केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल द्वारा पुरस्कृत भी हो चुके हैं ।

 

हिंदी साहित्य से अमन का जुड़ाव बचपन से ही रहा है।अमन की रचनाएं अमर उजाला,साहित्य पीडिया और प्रतिलिपि जैसी ऑनलाइन पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं।अमन ने बनारस प्रवास पर आधारित एक संस्मरण बनारसीपन भी लिखा है,जो शीघ्र प्रकाशनाधीन है।अमन की इस उपलब्धि से साहिबगंज जिले में हर्ष का माहौल है और यह विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है।

 

अमन ने बताया कि साहित्य के क्षेत्र में साहिबगंज जिला की भूमि उर्वर है,पहले भी कई नामी साहित्यकार इस धरती ने दिए हैं। आज युवाओं में पढ़ने-लिखने व कुछ नया और विशिष्ट रचने की क्षमता को जगाना होगा। वे अपनी साहित्यिक प्रतिभा को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न रचनाकारों की श्रेष्ठ पुस्तकों व पत्र-पत्रिकाओं का निरंतर अध्ययन करते हैं।अमन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों, परिवार के सदस्यों, गुरूजनों, शुभचिंतकों और सभी मित्रों को दिया।

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