अयोध्या।रामनगरी अयोध्या विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो चुकी है,इंटरनेशनल एयरपोर्ट,भव्य राम मंदिर।रामनगरी धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन में भी आगे बढ़ रही है। इसी रामनगरी में 20 साल पहले कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई हैरान रह गया था।
5 जुलाई 2005 को इस्लामिक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पांच आतंकवादियों के हमले से रामनगरी अयोध्या कांप उठी थी।रामलला के अस्थाई मंदिर को रॉकेट लांचर और ग्रेनाइट से उड़ाने की आतंकियों की प्लानिंग थी,लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने आतंकियों की प्लानिंग को ध्वस्त कर दिया था।सुरक्षा कर्मियों ने पांचों आतंकवादी मार गिराए थे।इस कार्रवाई में दो स्थानीय निवासियों की भी मौत हो गई थी।सीआरपीएफ के तीन सिपाही घायल हुए,जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हुए।
5 जुलाई को मंगलवार होने से रामनगरी में भीड़ थी। श्रद्धालु अस्थाई मंदिर में रामलला का दर्शन कर रहे थे।इसी दौरान सुबह 9:10 पर पांच आतंकी मार्शल जीप से गेट पर पहुंचते हैं और तेज धमाका होता है,बैरिकेडिंग पूरी तरह से टूट जाती है,लोग इधर-उधर भागने लगते हैं,अफरातफरी मच जाती है,आतंकी गोलियां चलानी शुरू कर देते हैं,इसमें दो आतंकी का मकसद रामलला के टेंट को उड़ाना था और तीन का मकसद विवादित स्थल के बगल मौजूद सीता रसोई में प्रवेश करना था।लगभग दो घंटे सुरक्षा बलों ने आतंकियों को घेरे रखा और फिर मार गिराया।
आज 20 साल बाद रामनगरी अयोध्या की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है।परिंदा भी रामनगरी में पर नहीं मार सकता है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जब से राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ तब से लेकर आज तक रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था बहुत सख्त है। रामनगरी के प्रवेश द्वार से लेकर राम मंदिर तक 1000 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं।सीसीटीवी कैमरों को मॉनीटर करने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां लगभग 50 से अधिक एक्सपर्ट पल-पल पर नजर बनाए रखते हैं।राम मंदिर में सीआरपीएफ,एसएसएफ,पीएसी के साथ स्थानीय पुलिस तैनात है।एंटी ड्रोन सिस्टम को भी लागू कर दिया गया है।अब रामनगरी की सुरक्षा और मजबूत होने वाली है,रामनगरी की सुरक्षा में एनएसजी के जवान भी तैनात होंगे।
आतंकी हमले को लेकर बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि आज अयोध्या भय मुक्त है। इसकी सुरक्षा देवी देवताओं से लेकर सुरक्षा के लिए तैनात जवान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की निगाहें अयोध्या पर जमी रहती हैं,जो भी गलत इरादा लेकर अयोध्या आएगा, उसका नुकसान जरूर होगा।
श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सहयोगी विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा बताते हैं कि अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था बहुत ही सख्त है।शासन प्रशासन सुरक्षा को लेकर हमेशा अलर्ट रहता है,जिसका नतीजा है कि आज अयोध्या बहुत ही सुरक्षित है।शरद शर्मा ने कहा कि 5 जुलाई 2005 को हुए आतंकवादी हमले को हम भूल नहीं सकते हैं।