भुरकुंडा-भदानीनगर को जोड़ने वाले लोहा पुल का पुनर्निर्माण का शिलान्यास, वर्षों पुरानी मांग को मिली मंजूरी

भुरकुंडा-भदानीनगर को जोड़ने वाले लोहा पुल का पुनर्निर्माण का शिलान्यास, वर्षों पुरानी मांग को मिली मंजूरी

07 Jun 2025 |  21

 

पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,भुरकुंडा।रामगढ़ जिले के पटेलनगर में भुरकुंडा और भदानीनगर को जोड़ने वाला ऐतिहासिक लोहा पुल को इंडो असाही ग्लास कंपनी द्वारा करीब छह दशक पूर्व बनाया गया था।वर्षों से उपेक्षा और फैक्ट्री बंद होने के कारण जर्जर हाल में पड़ा था। यह पुल दो पंचायतों को जोड़ता है और इससे प्रतिदिन हजारों लोगों की आवाजाही होती है,जो अब तक जान जोखिम में डालकर गुजरने को मजबूर थे। क्षेत्र की इस गंभीर समस्या को देखते हुए स्थानीय मुखिया व्यास पाण्डेय के निरंतर प्रयासों से डीएमएफटी फंड के तहत इस नवनिर्मित पुल का शिलान्यास शुक्रवार को संपन्न हुआ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल और बडकांगांव विधायक रोशन लाल चौधरी उपस्थित रहे। भाजपा,आजसू दल के प्रतिनिधियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण और गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। 

 

सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि यह पुल केवल लोहे का ढांचा नहीं, बल्कि इस क्षेत्र की आर्थिक,सामाजिक और जनजीवन की धुरी है। केंद्र सरकार की योजनाओं और डीएमएफटी फंड का बेहतर उपयोग करते हुए इसे नया जीवन दिया जा रहा है।विधायक रोशन लाल चौधरी ने कहा कि इस पुल का निर्माण क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग रही है। हमारा उद्देश्य है कि हर पंचायत को मजबूत आधारभूत संरचना मिले और विकास की रोशनी गांव-गांव पहुंचे।

 

मुखिया व्यास पाण्डेय ने कहा कि जनता की मांग और क्षेत्र की जरूरत को देखते हुए मैंने यह प्रस्ताव रखा था, जिसे आज जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्वीकृति मिली। यह पुल लोगों के लिए जीवन रेखा साबित होगा।

 

 समाजसेवी व व्यवसायी दिलीप अग्रवाल ने कहा कि यह पुल केवल दो गांवों को नहीं जोड़ता, बल्कि यह उम्मीदों, रिश्तों और आजीविका की डोर है। इसके पुनर्निर्माण से न केवल हजारों लोगों को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय व्यापार को भी नई गति मिलेगी। हम सभी को मिलकर इस तरह के जनहित कार्यों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।इस पुल के निर्माण से अब लोगों को राहत मिलेगी, सुरक्षा सुनिश्चित होगी और क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी।

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