भुराही,परसोनिया और सिंघानी नदियों का संकट में अस्तित्व,भू-माफियाओं का कहर,प्रशासन मौन

भुराही,परसोनिया और सिंघानी नदियों का संकट में अस्तित्व,भू-माफियाओं का कहर,प्रशासन मौन

04 Jun 2025 |  22

 

पूर्वांचल सूर्य प्रतिनिधि,चतरा।झारखंड के चतरा जिले के पत्थलगड़ा प्रखंड में भुराही,परसोनिया और सिंघानी नदियां इस समय गंभीर संकट से जूझ रही हैं,जहां कभी हरियाली और जीवनदायिनी धाराएं बहती थीं,वहां अब भू-माफियाओं ने जेसीबी से पेड़ काटकर और मिट्टी भरकर नदियों के अस्तित्व पर संकट खड़ा कर दिया है।

 

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार भुराही नदी के किनारे जेसीबी से अतिक्रमण किया जा रहा है,पेड़ों की कटाई कर नदी में मिट्टी भरी जा रही है,ताकि खेती करने के लिए भूमि बनाई जा सके। यही हाल परसोनिया और सिंघानी छठ घाट का भी है,जहां बालू और जमीन माफिया वर्षों से सक्रिय हैं।

 

ग्रामीणों का कहना है कि जब विरोध किया तो उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया।आरोप है कि गोविंद दांगी, भगवत दांगी और आशीष दांगी ने गाली-गलौज और मारपीट की।इस मामले की सूचना प्रशासन को दी गई,लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।उन्होंने कई बार प्रशासन से गुहार लगाई, मगर हर बार निराशा ही हाथ लगी। इससे माफियाओं के हौसले और बुलंद हो गए हैं।

 

पत्थलगड़ा अंचलाधिकारी उदल राम ने कहा कि सूचना मिलते ही अवैध कार्य रुकवाया गया है,जांच जारी है और शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।

 

पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है।सरकार जहां वृक्षारोपण और संरक्षण पर करोड़ों खर्च कर रही है,वहीं भू-माफिया खुलेआम नदियों और जंगलों का दोहन कर रहे हैं।अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन सख्ती दिखाएगा या नदियां सरकारी कागजों में ही रह जाएंगी।वक्त चेतने का है, कल बहुत देर हो सकती है।

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