पैसा दुगुना करने वाले गिरोह का अंतरराज्यीय ठग कर्नाटक से गिरफ्तार

पैसा दुगुना करने वाले गिरोह का अंतरराज्यीय ठग कर्नाटक से गिरफ्तार

26 Mar 2023 |  51

पैसा दुगुना करने वाले गिरोह का अंतरराज्यीय ठग कर्नाटक से गिरफ्तार

 

चतरा पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लाया ठग शेखर नायक को

 

मुख्य आरोपी ठग बिनोद मोदी को पूर्व में ही बिहार के जमुई से गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस,चार आरोपी अब भी फरार,चल रही है छापामारी

 

प्रतिनिधि,चतरा। वर्ष 2016 में टंडवा प्रखंड के घनगड्डा इलाके से ग्रामीणों के पैसे को दुगुना करने वाले गिरोह के एक सदस्य शेखर नायक पिता गांबा शंकर नायक सकिन जानी कुंटी टांडा थाना बेल्लारी रूरल जिला बेल्लारी (कर्नाटक) को  सदर थाना पुलिस ने शुक्रवार को कर्नाटक जाकर गिरफ्तार कर लिया। केस के अनुसंधानकर्ता सदर थाना के एसआई प्रकाश सेठ के नेतृत्व में आरोपी को गिरफ्तार करने कर्नाटक गयी चतरा पुलिस रविवार की सुबह चतरा लौटी। आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर चतरा लाया गया है।

 

 मिली जानकारी के मुताबिक फ्राड प्रकरण में घनगड्डा निवासी पंकज रजक के कहने पर घनगड्डा व आसपास के गांवों के करीब 150 लोगों ने पैसा दुगुना होने के लोभ में फ्राड कर रहे लोगों के खाते में करीब 27 लाख रु की राशी ट्रांसफर कर दी थी। जब लोगों को राशी दुगुनी होकर नहीं मिली तो उन्होंने पंकज रजक से पैसा वापस मांगना शुरू कर दिया।इसके बाद घनगड्डा निवासी पंकज रजक ने इस फ्राड को स्वयं के साथ हुआ फ्राड माना। इसको लेकर उसने चतरा व्यवहार न्यायालय में विनोद मोदी पे अरुण मोदी,सा हरनाहा,थाना व जिला जमुई(बिहार), धीरज कुमार,रामप्रीत साह,उमेश गुप्ता, शेखर नायक व विकास कुमार के खिलाफ परिवाद पत्र संख्या 787/2016 फाइल कर दिया। न्यायालय के आदेश के उपरांत सदर थाना कांड संख्या 333/16 दिनांक 18-11-16 व धारा 406/420 भादवीं के तहत मामला दर्ज किया गया। मामला दर्ज होने के पश्चात सभी अभियुक्त फरार घोषित हो गए।पुलिस लगभग पांच वर्ष तक अभियुक्तों को ढूंढ नहीं पाई । वर्ष 2022 में इस फ्राड केस का अनुसंधानकर्ता सदर थाना में पदस्थापित एसआई प्रकाश सेठ को बनाया गया। इसके बाद पुलिस को पहली कामयाबी 9 मार्च 2023 को लगी,जब प्राथमिकी के मुख्य अभियुक्त बिनोद मोदी पे अरुण मोदी को बिहार के जमुई जिला के हरनाहा से गिरफ्तार कर लिया गया। 

 

इस बाबत अनुसंधानकर्ता प्रकाश सेठ ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई है कि केस के वादी पंकज कुमार ने ही ग्रामीणों को पैसा दुगुना करने का लालच दिया था। पंकज भी ठगों का साथी था और कमीशन एजेंट के रूप में कार्य कर रहा था। जब लोगों ने पंकज से पैसा मांगना शुरू कर दिया तो इसने अपने को बेगुनाह बताते हुए न्यायालय में परिवाद पत्र दायर कर दिया।

 

प्रकाश सेठ ने बताया कि छः प्राथमिक अभियुक्तों में से अब तक दो लोग पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि अन्य अभियुक्तों ने तीन लोगों के नाम व पता फर्जी पाए गए हैं। चौथे की तलाश की जा रही है। वहीं प्राथमिकी के वादी पंकज कुमार ने पूर्वांचल सूर्य के पत्रकार के समक्ष स्वीकार किया कि उसने ही ग्रामीणों को ठगों के एकाउंट में पैसा डालने को कहा था। 

 

पंकज रजक ने बताया कि पहले वह आरसीएम कंपनी में काम करते थे। इसी दौरान सूरज कुमार नामक एक व्यक्ति से उनकी मुलाकात हुई। सूरज के माध्यम से ठगों से मोबाइल के माध्यम से पैसा दुगुना करने की बातचीत हुई थी। ठगों ने पंकज को जमा राशी पर 5 प्रतिशत कमीशन देने की बात की थी। प्रारंभ में ठगों ने विश्वास जमाने के लिए कमीशन की राशी के रूप में करीब 70 हजार रु दिया। फिर पैसा देना बंद कर दिया। न तो कमीशन की राशी दी और न ही ग्रामीणों की राशी दुगुनी हुई। इसमें आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि जिस व्यक्ति सूरज के माध्यम से वादी पंकज रजक की जान पहचान ठगों से हुई थी,उस व्यक्ति का नाम अभियुक्तों की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।इस बाबत अनुसंधान कर्ता ने बताया कि अगर जांच में वादी पंकज रजक दोषी पाए जाएंगे तो उनपर भी कार्यवाई होगी। बहरहाल समाचार लिखे जाने तक सदर पुलिस कर्नाटक से गिरफ्तार ठग शेखर नायक को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।

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