सिंधू से हिन्दुस्तान को RIO में मेडल की आस

चीन की विश्व नंबर 2 को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची

17 Aug 2016 |  993

भारत की रियो ओलम्पिक में मेडल की आस अब भी जिन्दा है. यह आस भारतीय शटलर पी वी सिंधू ने रियो ओलंपिक में बैडमिंटन की विश्व के दूसरे नंबर की चीनी खिलाड़ी को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर बरकरार राखी है. सिंधू के इस विजय अभियान से पूरे देश में खुशी है। आज सुबह से ही सोशल मीडिया के टॉप ट्रेंड में हैं सिंधू। अब सबकी दुआ और उम्मीदें हैं सेमीफाइनल मुकाबले से। वहां उनका मुकाबला दुनिया के नंबर 6 खिलाड़ी से होगा। अगर वहां भी वह बड़ा उलटफेर करने में सफल रहीं तो देश के नाम एक पदक पक्का हो जाएगा। गौरतलब हो कि सिंधू ने विश्व की दूसरे नंबर की चीनी खिलाड़ी वांग यिहान को 22-2०, 21-19 से हराकर महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। सिंधू और शीर्ष रैंकिंग की वांग के बीच मैच से पहले ही चीनी खिलाड़ी को जीत का दावेदार बताया जा रहा था लेकिन युवा भारतीय शटलर ने पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलते हुये मात्र 54 मिनटों में क्वार्टरफाइनल मैच जीत लिया। वहीं रियो में भारतीय खिलाडि़यों के निराशाजनक प्रदर्शन और पदक उम्मीदों के भार से बेपरवाह सिंधू ने साफ किया है कि उनका ध्यान सिर्फ हर मैच में अच्छा खेलने पर है, पदक पर नहीं। विश्व की 10वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू की चीनी खिलाड़ी के खिलाफ करियर के कुल सात मुकाबलों में यह तीसरी जीत है जबकि वांग ने भारतीय खिलाड़ी को चार बार हराया है। सेमीफाइनल में अब सिंधू के सामने विश्व की छठे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकूहारा की चुनौती होगी। ओकूहारा ने अंतिम आठ में हमवतन अकाने यामागुची को एक घंटे आठ मिनट तक चले रोमांचक मैच में 11-21, 21-17, 21-10 से हराया।

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